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काम सारै पालनहार

।।सादर श्रीजम्भगुरु नवण प्रणाम।।
आज फागण बदी छट विक्रमी सम्वत् 2079 रविवार तदनुसार
12फरवरी, 2023 को *काम सारै पालनहार* पर एक विशेष विनती काव्य रचनाः

      *काम सारै पालनहार*

प्रातःकाल स्मरण करता,
श्रीचरणों  मैं नित पड़ता।
युक्ति मुक्ति दे सदगुरु जी,
हिये बसो  विनती करता।।

कुल रक्षक श्रीविष्णु एक,
सदगुरु आप कर्या अनेक।
मेहर सदा श्रीजम्भगुरु की,
है सदगुरु नित राखी टेक।।

करूं रचना नित भावों से,
जपन श्रीविष्णु लगाव से।
दुर्बुद्धि हरै श्रीसदगुरु देव,
करै कवि के वे हर काम।।

तुम्हीं  सदगुरु तारणहार,
पृथ्वीसिंह' के राखणहार।
श्रीजम्भगुरु सील राखणों,
सब काम सारै पालनहार।।
©®
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कवि पृथ्वीसिंह बैनीवाल बिश्नोई
राष्ट्रीय सचिव, जेएसए, बीकानेर,
लेखक, पत्रकार, साहित्यकार, हॉउस नं. 313, 
सेक्टर 14 (श्री ओ३म विष्णु निवास) हिसार
(हरियाणा)-125001 भारत
फोन नंबर-9518139200,
व्हाट्सएप-9467694029

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4 Comments

Varsha_Upadhyay

22-Feb-2023 06:49 PM

शानदार

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अदिति झा

22-Feb-2023 04:41 PM

Nice

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Alka jain

21-Feb-2023 06:52 AM

Nice

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